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Satpuda Tiger Reserve: मानसून के दौरान बंद रहेंगे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के द्वार, विशेष गश्त के लिए कर्नाटक से आए हाथी करेंगे सुरक्षा।

 मानसून के दौरान बंद रहेंगे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के द्वार,

 विशेष गश्त के लिए कर्नाटक से आए हाथी करेंगे सुरक्षा



भोपाल, मध्‍यप्रदेश। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) में घूमने के शौकीन पर्यटकों के पास अब 10 दिन का ही समय बचा है। 30 जून के बाद रिजर्व के गेट 1 अक्टूबर तक बंद रहेंगे, जिससे पर्यटक 92 दिनों तक वन्यजीवों का दीदार नहीं कर सकेंगे। मानसून के कारण यह वार्षिक बंदी होती है, जिससे वन्यप्राणियों को और रिजर्व क्षेत्र को आराम मिल सके। हालांकि, इस बंदी के दौरान वन्यप्राणियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।

मॉनसून में सीमित रहेगा पर्यटन

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार एसटीआर के अधिकारियों का कहना है कि अभी मानसून की शुरुआत नहीं हुई है। ऐसे में  30 जून तक गेट खुले रहने की बात कही है।  हालांकि, अगर इस दौरान तेज बारिश होती है, तो एसटीआर तुरंत निर्णय लेकर पर्यटन को सुरक्षित क्षेत्रों तक सीमित कर देगा। बहरहाल पर्यटकों को सामान्य दिनों की तरह प्रवेश दिया जा रहा है, लेकिन स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

विशेष गश्त के इंतजाम

इतना ही नहीं यह भी बताया जा रहा है कि बारिश के मौसम में वन्यप्राणियों की सुरक्षा के लिए एसटीआर ने विशेष गश्त की योजना बनाई है। पहली बार, कर्नाटक से आए हाथियों को गश्त के लिए तैनात किया जाएगा। ये हाथी कुछ महीने पहले ही यहां लाए गए थे और उन्हें स्थानीय माहौल के अनुकूल बनाया गया है। मानसून के दौरान, कर्नाटक के हाथी और पहले से मौजूद स्थानीय हाथी, गश्ती दल को सहायता प्रदान करेंगे। पानी से भरी सड़कों पर हाथी सबसे ज्यादा मददगार साबित होते हैं, जिससे गश्ती दल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने में आसानी होती है।

वन्यप्राणियों का अद्भुत आकर्षण

एसटीआर में 64 बाघ-बाघिन हैं, जो पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र हैं। इसके अलावा, अब रिजर्व में बारहसिंगा, बायसन और तेंदुए की संख्या भी बढ़ी है, जो आसानी से पर्यटकों को दिख जाते हैं। देश-विदेश से आने वाले पर्यटक इन्हें देखने के लिए आते हैं।

अंतिम मौका घूमने का

30 जून के बाद 1 अक्टूबर तक एसटीआर में पर्यटन बंद हो जाएंगा।  इस दौरान, विशेष गश्त के इंतजाम और वन्यप्राणियों की सुरक्षा पर जोर दिया जाएगा। पर्यटकों के लिए यह अंतिम मौका है कि वे 30 जून तक एसटीआर का दौरा कर सकें और सतपुडा की वादियों का आनंद ले सकें। एसटीआर में पर्यटन बंदी के दौरान वन्यजीवों और जंगल की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि आगामी पर्यटन सीजन में पर्यटकों को एक सुरक्षित और अद्भुत अनुभव मिल सके

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