बैतूल जिला कलेक्टर ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण पर आयोजित की बैठक
पटवारियों का दल बनाकर 7 जून तक प्रकरणों के निराकरण करने के निर्देश दिये।
बैतूल जिला कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में राजस्व सहायक, पटवारी एवं आरआई से राजस्व प्रकरणों के संधारण, प्रस्तुतीकरण एवं निराकरण की प्रक्रिया पर बिंदुवार चर्चा की है। उन्होंने बैतूल तहसील में लंबित 317 सीमांकन प्रकरणों के निराकरण के लिए 70 पटवारियों के 35 दल बनाकर आगामी 7 जून तक प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश दिये है। साथ ही शासन की अन्य योजनाओं में लंबित प्रकरण समयावधि में पूर्ण करने और किसी भी प्रकार से परेशानियों का सामना न करने पडे यह भी सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए एक-एक व्यक्ति से एक-एक स्टेप की जानकारी प्राप्त की। वे लंबित राजस्व प्रकरणों के शीघ्र निराकरण पर कर्मचारियों के साथ रूबरू चर्चा कर रहे थे। कलेक्टर ने राजस्व निरीक्षकों से कहा कि राजस्व वसूली की कार्रवाई में आप लोग तेजी लाए। आगामी सितंबर माह तक वसूली के लक्ष्य को हर हाल में पूरा करें।
एनपीसीआई और ई-केवाईसी के कार्य
इस बैठक में उन्होंने एनपीसीआई एवं ई-केवायसी को समयावधि में पूर्ण करने एवं सीएम हेल्पलाइन में दर्ज प्रकरणों का त्वरित निराकरण। इसके अलावा ई-केवायसी एलआर.लिंकिंग, आधार सीडिंग सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिये। साथ ही गिरदावरी दो से तीन दिन में शत प्रतिशत पूर्ण करें। कलेक्ट्रट सभागार में आयोजतिब बैठक में उन्होंने अतिक्रमण हटाने, अवैध कॉलोनी पर कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के प्रकरणों में गंभीरता एवं अति संवेदनशीलता के साथ काम करें। सीएम हेल्पलाइन पोर्टल आपके कार्यों का एनालिसिस करता है। आप जब अपने-अपने विभागों को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में की गई शिकायतों के निराकरण को ए कैटेगरी में रखेंगे, तभी जिला ए कैटेगरी में आएगा।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के प्रकरणों का निराकरण
कलेक्टर ने अधिकारियों को साफ शब्दों में हिदायत दी कि मुझे ए कैटेगरी से नीचे की स्थिति मंजूर नहीं। सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज लंबित शिकायतों का समय सीमा में गंभीरता से निराकरण करें। जिला दंडाधिकारी श्री सूर्यवंशी ने राजस्व निरीक्षकों से कहा कि राजस्व वसूली की कार्रवाई में आप लोग तेजी लाए। आगामी माह सितंबर 2024 तक राजस्व के टारगेट को पूरा करें। उन्होंने कहा कि नोटिस का तामिल कराना प्रकरण का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। नोटिस तामिल कराने के लिए जमादार पर ही निर्भर न रहे। उसकी अपनी सीमाएं है। पटवारी के माध्यम से नोटिस तामिल कराएं। पटवारी फील्ड में कार्य करते है इसलिए नोटिस तामिल कराना उनके लिए सहज होगा। नोटिस तामिल कराने के लिए विभिन्न संचार माध्यमों का भी उपयोग कर सकते है। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने कहा कि प्रकरणों को शीघ्र पूर्ण करे साथ ही आवेदन प्राप्त होते ही उस पर तत्काल कार्रवाई करें।
नागरिकों की सुविधा के लिए कदम
जनसुनवाई में एवं सीधे आने वाले अधिकतर आवेदन राजस्व संबंधी शिकायतों के होने से राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए मुहिम चलाकर कार्रवाई की गई थी। इसके बावजूद भी अधिकतर शिकायतें राजस्व से संबंधित ही आती है। जिसमें नक्शे, भूमि नामांकन, सीमांकन आदि संबंधित शिकायतें है। उन्होंने कहा कि प्रकरणों का संधारण हैड के अनुसार करें, न कि तिथिवार। इससे प्रकरणों के संधारण में सहूलियत होगी। श्री सूर्यवंशी ने राजस्व आरसीएमएस में दर्ज प्रकरणों पर चर्चा करते हुए कहा कि नागरिकों की सुविधा के लिए लोक सेवा केंद्र के अलावा अब एमपी ऑनलाईन और सीएससी के कियोस्क के माध्यम से भी आरसीएमएस पर प्रकरण दर्ज कराए जा रहे है। राजस्व अधिकारियों द्वारा समय सीमा पार कर चुके लंबित प्रकरणों को चिन्हित कर न्यायालय में नियमित सुनवाई आयोजित कर नामांतरण, बंटवारा, अभिलेख दुरुस्ती के प्रकरणों का निराकरण किया जाए। पुराने प्रकरणों के निराकरण में प्राथमिकता दे। इस अवसर पर समस्त एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी उपस्थित थे।
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